पारद मूर्ति के चमत्कार:-
*इसका पूजन करने से संसार के समस्त द्वेषों से मुक्ति मिल जाती है। कई इसके दर्शन मात्र से समस्त परेशानियों का अंत हो जाता है। ऐसे शिवलिंग को समस्त शिवलिंगों में सर्वोच्च स्थान मिला हुआ है और इसका यथाविधि पूजन करने से मानसिक, शारीरिक, तामसिक या अन्य कई विकृतियां स्वतः ही समाप्त हो जाती हैं। घर में सुख और समृद्धि बनी रहती है।
*अगर आप अध्यात्म पथ पर आगे बढ़ना चाहते हों, योग और ध्यान में आपका मन लगता हो और मोक्ष के प्राप्ति की इच्छा हो तो आपको पारद मूर्ति की उपासना करनी चाहिए। ऐसा करने से आपको मोक्ष की प्राप्ति भी हो जाती है।
*. अगर आपको जीवन में कष्टों से मुक्ति नहीं मिल रही हो, बीमारियों से आप ग्रस्त रहते हों, लोग आपसे विश्वासघात कर देते हों, बड़ी-बड़ी बीमारियों से ग्रस्त हों तो पारद के शिवलिंग को यथाविधि शिव परिवार के साथ पूजन करें। ऐसा करने से आपकी समस्त परेशानियां ख़त्म हो जाएंगी और बड़ी से बड़ी बीमारियों से भी मुक्ति मिल जाएगी।
*. अगर आपको धन सम्पदा की कमी बनी रहती है तो आपको पारे से बने हुए लक्ष्मी और गणपति को पूजा स्थान में स्थापित करना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि जहां पारे का वास होता है वहां माँ लक्ष्मी का भी वास हमेशा रहता है। उनकी उपस्थिति मात्र से ही घर में धन लक्ष्मी का हमेशा वास रहता है।
* अगर आपके घर में हमेशा अशांति, क्लेश आदि बना रहता हो, अगर आप को नींद ठीक से नहीं आती हो, घर के सदस्यों में अहंकार का टकराव और वैचारिक मतभेद बना रहता हो तो आपको पारद मूर्ति घर के मध्य भाग में रखना चाहिए। उस जल को रोज़ बाहर किसी गमले में डाल दें। धीरे-धीरे घर में सदस्यों के बीच में प्रेम बढ़ना शुरू हो जाएगा और मानसिक शान्ति की अनुभूति भी होगी।
*पारद शिवलिंग को शिव का स्वयंभू प्रतीक माना गया है। रूद्र संहिता में रावण के शिव स्तुति की जब चर्चा होती है तो पारद के शिवलिंग का विशेष वर्णन मिलता है। रावण को रस सिद्ध योगी भी माना गया है, और इसी शिवलिंग का पूजन कर उसने अपनी लंका को स्वर्ण की लंका में तब्दील कर दिया था।
*पारद को पाश्चात्य पद्धति में उसके गुणों की वजह से Philospher’s stone भी बोला जाता है अगर आप उच्च रक्तचाप से पीड़ित हैं, हृदय रोग से परेशान हैं, या फिर अस्थमा, डायबिटीज जैसी जानलेवा बीमारियों से ग्रसित हैं तो आपकोपारद से बनी माला या ब्रेसलेट, अच्छे शुभ मुहूर्त में पहननी चाहिए। ऐसा करने से आपकी बीमारियों में सुधार तो होगा ही आप शान्ति भी महसूस करेंगे और रोगमुक्त भी हो जाएंगे।
*पारद से बनी मूर्तिया घर वा कार्यस्थल के सभी दोषो को हरने वाली होती हैं ऐसा माना जाता है क़ी जिस घर मे पारद मूर्ति की स्थापना हो जाती है वहाँ पर सभी प्रकार के वास्तु दोष , नज़र दोष का निवारण हो जाता है तथा घर मे किसी के किए तंत्र या टोने टोटके की बाधा को यह जड़ से समाप्त कर डालती है
*घर मे धनव्रधी के लिए पूजा मे श्रीयंत्र अथवा लक्ष्मी गणेश की,धनव्यय रोकने के लिए कुबेर, भूत प्रेत बाधा के लिए हनुमान जी, शत्रुदमन के लिए दुर्गाजी, बच्चो की पढ़ाई के लिए सरस्वती,संतान प्राप्ति के लिए लड्डू गोपाल तथा मन की शांति के लिए शिवलिंग की पारद मूर्ति की स्थापना करे.